लेखनी प्रतियोगिता -08-Nov-2022 - शादी पर सलाह
*शादी*
एक दिन बेटा आया पास,
बोला मम्मी शादी की है आस।
बहु तुम्हारे लिए लाऊंगा,
काम सिर्फ उससे करवाऊंगा।
मां बोली शादी कभी न करना,
शादी के नाम से सदा ही डरना।
शादी से अच्छे अच्छे हुए बर्बाद,
चाहती हूं तुम रहो सदा आबाद।
पापा को देखो अपने तो जरा,
कहां से सुखी वो दिखते हैं,
मुझ पर गाढ़ी कमाई लुटाते हैं।
मेकअप करवाने पार्लर जाती हूं,
उनको कलर भी घर में लगाती हूं।
महंगें महंगें कपड़े हमारे आते,
वो बस खादी का कुर्ता हैं पाते।
किटी पार्टी हमारी महीने में होती,
दारू पर उनकी हूं उनको धोती।
दोस्तों संग कभी अकेले जाते नहीं,
और हमें वो कभी रोक पाते नहीं।
देख सुन कर भी करनी हो शादी,
चाहते हो तुम जीवन की बर्बादी।
अरेंज मैरिज करोगे या करोगे लव,
इतना हमको तुम बताओ अब।
लड़की पढ़ी लिखी माडर्न सी लाना,
बताने में हमको ज़रा भी न शर्माना।
साथ तुम्हारे हम भी खुश हो जाएंगे,
हनीमून पर होंगे तुम हम भी घूम आएंगे।
सास का रूप मै भी तो दिखाऊंगी,
अकेले न तुम दोनो को छोड़ पाऊंगी।
काम घर का तू और तेरे पापा कर लोगे,
हम दोनों को तो बस शापिंग करने दोगे।
एक खादी का कुर्ता और आ जाएगा,
मेरा बेटा जब शादी करके आएगा।।
दैनिक प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली)
Swati chourasia
09-Nov-2022 11:06 AM
बहुत खूब 👌😂
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Abhinav ji
09-Nov-2022 09:11 AM
Nice 👍
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Punam verma
09-Nov-2022 07:47 AM
Very nice
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